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गुरुवार, दिसंबर 29, 2011

कैसे पता लगेगा कि कम्‍प्‍यूटर क्‍या नुकसान दे रहा है??

इस सवाल का जवाब देने से पहले मैं यह स्‍पष्‍ट कर देना चाहता हूं कि मेरा  उद्देश्‍य कम्‍प्‍यूटर से एलर्जी कराना या इस अभूतपूर्व साधन से दूर करना नहीं है। इसके बावजूद ज्‍योतिषीय दृष्टिकोण से हमें उन चीजों को भी समझना और पारिभाषित करना होगा जो लगातार हमारी जीवनचर्या का हिस्‍सा बनती जा रही हैं। ऐसे में पहली बारी कम्‍प्‍यूटर की आई है तो आगे मोबाइल, आईपोड और आईपेड या सामान्‍य मोबाइल तक को लेंगे।

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उपरोक्‍त सवाल ब्‍लॉग की ही एक पाठक ने पूछा है। इस सवाल को दो कोण से देखा जा सकता है। पहला तो यह कि क्‍या कम्‍प्‍यूटर एक ही तरह का नुकसान देता है और दूसरा यह कि अगर कई तरह के नुकसान देता है तो कैसे पता लगाएंगे कि क्‍या क्‍या नुकसान हो रहा है।

इसके लिए हमें पहले शुक्र की प्रकृति को समझना होगा। राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य पेशे से शिक्षक हैं। शुक्र रजोगुणी है। राज करना या विलास करना इसके तहत आता है। भौतिक उपभोग की वस्‍तुओं, सामान्‍य वैवाहिक एवं सांसारिक वस्‍तुओं के मिलने और उनके उपयोग के रास्‍ते भी शुक्र के जरिए ही खुलते हैं। ऐसे में शुक्र हर उस कोण को प्रभावित करता है जो भौतिक जगत में जातक के भोग के लिए जरूरी है और उसे आरामदायक अवस्‍था में ले जाती है। ये मशीनें भी हो सकती हैं और जीवित वस्‍तुएं भी, यह भूमि और मकान हो सकते हैं या मनोरंजन के दैहिक अथवा पराभौतिक साधन। हम शुक्र की प्रकृति पर ही चर्चा करें तो कुछेक ग्रंथ लिखे जा सकते हैं।

शुक्र की प्रकृति जान लेने के बाद हमें पता लगाना होगा कि जातक की कुण्‍डली के कौनसे भाव शुक्र से प्रभावित हो रहे हैं। उन भावों के अनुसार फलादेश निकाला जा सकेगा कि वर्तमान में शुक्र के नष्‍ट होने से जातक को क्‍या और कैसे नुकसान हो रहा है या फिर कोई नुकसान नहीं हो रहा।

इससे पहले की पोस्‍ट में मैंने तुला लग्‍न के जातक का उदाहरण लिया था। इस बार कर्क और धनु लग्‍न के जातकों के बारे में बात की जा सकती है। कर्क लग्‍न के जातकों के लिए शुक्र जहां एकादशेश का अधिपति होगा, वहीं कुण्‍डली में जिस भाव में उसकी उपस्थिति होगी उसे भी प्रभावित करेगा। कृष्‍णामूर्ति पद्धति का अनुसरण करते हुए गणना करें तो शुक्र जिन भावों का सिग्निफिकेटर होगा, उन भावों को प्रभावित करेगा। दूसरी ओर धनु लग्‍न में शुक्र कमोबेश अकारक ही रहेगा। जैसा हमारे गुरुजी कहते हैं साधु के घर में भोगी का क्‍या काम।

इसी तर्ज पर हमें गणना करनी होगी कि शुक्र का ह्रास होने से कहां, क्‍या और कितना नुकसान होने की आशंका बनी हुई है।

अगली पोस्‍ट में हम चर्चा करेंगे कम्‍प्‍यूटर के इस्‍तेमाल के प्रभावी तरीकों और ज्‍योतिषीय दृष्टिकोण से इससे होने वाले दुष्‍प्रभावों से बचने के बारे में...

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